Wednesday, 25 November 2020

Kehti hai ye fulo ki roda allahu allah

 केहती है ये फूलों की रिदा अल्लाहु अल्लाह 

अश्जार के पत्तो ने कहा अल्लाहु अल्लाह 


बादल ने आसमा पे लिखा अल्लाहु अल्लाह 

परबत की कतरो की रिदा अल्लाहु अल्लाह 


हो सूरह ए यासीन के हो सूरह ए रहमान 

कुरान के लफ़्ज़ों की सदा अल्लाहु अल्लाह 


करता है सना तेरी बरसता हुआ पानी दरिया 

भी है मसरूफ ए सना अल्लाहु अल्लाह


खुशबु किरण धनक और कह कशा 

ज़ाकिर है तेरे अरजो समां अल्लाहु अल्लाह 


शबनम गिरी जो फूलों पे पढ़ती हुई सना 

बुल बुल ने देख कर ये कहा अल्लाहु अल्लाह

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