Monday, 28 September 2020

वोही रब है जिस ने तुझ को हमा - तन

 वोही रब है जिस ने तुझ को हमा - तन करम बनाया 

हमें भीक मांगने को तेरा आस्तां बताया

तुझे हम्द है खुदाया तुझे हम्द है खुदाया 


तुम्हीं हाकिमे बराया तुम्हीं कासिमे अताया

तुम्हीं दाफ़ेए बलाया तुम्हीं शाफ़ए ख़ताया

कोई तुम सा कौन आया तुझे हम्द है खुदाया 


वोह कुंवारी पाक मरयम वोह न-फख्तू फीही का दम

है अजब निशाने आ'जम मगर आमिना का जाया 

वोही सब से अफ्ज़ल आया तुझे हम्द है खुदाया 


येही बोले सिदरा वाले च - मने जहां के थाले 

सभी मैं ने छान डाले तेरे पाए का न पाया 

तुझे यक ने यक बनाया तुझे हम्द है खुदाया 


फईज़ा फरग़्त फनसब येह मिला है तुम को मन्सब 

जो गदा बना चुके अब उठो वक्ते बख्शिश आया

करो किस्मते अताया तुझे हम्द है खुदाया 


अरे ऐ खुदा के बन्दो ! कोई मेरे दिल को ढूंडो 

मेरे पास था अभी तो अभी क्या हुवा खुदाया 

न कोई गया न आया तुझे हम्द है खुदाया 


हमें ऐ रज़ा तेरे दिल का पता चला ब मुश्किल 

दरे रौजा के मुकाबिल वोह हमें नज़र तो आया 

येह न पूछ कैसा पाया तुझे हम्द है खुदाया 

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