Monday, 28 September 2020

वोही रब है जिस ने तुझ को हमा - तन

 वोही रब है जिस ने तुझ को हमा - तन करम बनाया 

हमें भीक मांगने को तेरा आस्तां बताया

तुझे हम्द है खुदाया तुझे हम्द है खुदाया 


तुम्हीं हाकिमे बराया तुम्हीं कासिमे अताया

तुम्हीं दाफ़ेए बलाया तुम्हीं शाफ़ए ख़ताया

कोई तुम सा कौन आया तुझे हम्द है खुदाया 


वोह कुंवारी पाक मरयम वोह न-फख्तू फीही का दम

है अजब निशाने आ'जम मगर आमिना का जाया 

वोही सब से अफ्ज़ल आया तुझे हम्द है खुदाया 


येही बोले सिदरा वाले च - मने जहां के थाले 

सभी मैं ने छान डाले तेरे पाए का न पाया 

तुझे यक ने यक बनाया तुझे हम्द है खुदाया 


फईज़ा फरग़्त फनसब येह मिला है तुम को मन्सब 

जो गदा बना चुके अब उठो वक्ते बख्शिश आया

करो किस्मते अताया तुझे हम्द है खुदाया 


अरे ऐ खुदा के बन्दो ! कोई मेरे दिल को ढूंडो 

मेरे पास था अभी तो अभी क्या हुवा खुदाया 

न कोई गया न आया तुझे हम्द है खुदाया 


हमें ऐ रज़ा तेरे दिल का पता चला ब मुश्किल 

दरे रौजा के मुकाबिल वोह हमें नज़र तो आया 

येह न पूछ कैसा पाया तुझे हम्द है खुदाया 

Thursday, 24 September 2020

Me sajda karun ya dil ko sanbhalun

मै सजदा करू या के दिल को संभालू 

के आका की चौखट नजर आ रही है , 

इसी बेखुदी में कही खो न जावु 

तड़प नूर वाले की तडपा रही है . 


दो आलम के दाता मेरे सामने है , 

के काबे का काबा मेरे सामने है , 

अदा क्यों न फर्जे मोहबत्त करू मै , 

खुदा की खुदाई जुकी जा रही है . 


गले में है जुल्फे तो नीची निगाहें , 

नज़र चूमती है मदीने की राहे , 

फ़रिश्ते भी बढ़कर कदम चूमते है ,

 मुहम्मद की जोगन चली आ रही है , 


फकीरी का मुजमे नहीं है सलीका , 

न आता है कुछ माँगने का तरीका , 

इधर भी निगाहें करम नूर वाले 

ज़माने की जोली भरी जा रही है . 


फरिश्तो रहे राह आँखे बिछा दो 

उठो बहरे ताजीम सरको जुका दो , 

खुदा कह रहा है मेरे मुस्तफा की , 

वो देखो सवारी चली आ रही है . 


ये फरमाया हक़ ने के प्यारे मुहम्मद 

हमारे हो तुम हम तुम्हारे मुहम्मद , 

हमें अपने जलवो में एकमली वाले 

तुम्हारी ही सूरत नजर आ रही है . 


ये जज़्बा मोहब्बत है रहमत खुदा की

 है चौखट मेरे सामने मुस्तफा की , 

मुझे क्यों न हो नाज़ किस्मत पे मुस्लिम

 मुहब्बत कहा की कहा ला रही है .

Kehti hai ye fulo ki roda allahu allah

 केहती है ये फूलों की रिदा अल्लाहु अल्लाह  अश्जार के पत्तो ने कहा अल्लाहु अल्लाह  बादल ने आसमा पे लिखा अल्लाहु अल्लाह  परबत की कतरो की रिदा ...